आज का पंचांग – 17 नवम्बर 2024: तिथि, नक्षत्र, शुभ और अशुभ काल
हिन्दू पंचांग हमारे जीवन में एक अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह न केवल तिथियों, नक्षत्रों और योगों के बारे में जानकारी प्रदान करता है, बल्कि यह हमें दिन-प्रतिदिन के कार्यों के लिए सही समय का निर्धारण करने में मदद करता है। आज, 17 नवम्बर 2024 का पंचांग हमारे लिए विशेष जानकारी प्रस्तुत करता है, जिसे समझकर हम अपने धार्मिक कार्यों, यात्रा और अन्य महत्वपूर्ण कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं। आइए, जानते हैं आज के दिन की तिथि, नक्षत्र, शुभ और अशुभ काल, तथा विशेष मुहूर्त के बारे में।
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
पंचांग के अनुसार, 17 नवम्बर 2024 को सूर्योदय 06:31 AM पर होगा और सूर्यास्त 05:50 PM को होगा। सूर्योदय का समय विशेष रूप से महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह दिन की शुरुआत का प्रतीक होता है। हिन्दू धर्म में सूर्योदय के समय को पवित्र माना जाता है, और इसे ध्यान, पूजा, और साधना के लिए सबसे उत्तम समय माना जाता है। सूर्यास्त का समय भी विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इस समय को समाप्ति और नए प्रारंभ का समय माना जाता है।
चन्द्रमा का समय
आज चन्द्रोदय 11:14 PM पर होगा, और चन्द्रास्त 12:29 PM को होगा। चन्द्रमा की स्थिति का हमारे जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है, और उसकी स्थिति के अनुसार हम कई धार्मिक कार्यों को संपन्न करते हैं। चन्द्रमा के शुभ समय में किया गया कार्य अधिक फलदायी माना जाता है।
विक्रम संवत और माह
आज विक्रम संवत 2081 है, और यह अमांत माह का 16वां दिन है। कार्तिक माह हिन्दू धर्म में विशेष रूप से पूजा और व्रतों के लिए महत्वपूर्ण है। इस समय भगवान विष्णु की पूजा, दीपावली जैसे बड़े पर्वों के आयोजन की परंपरा है। वहीं, पूर्णिमांत माह में यह मार्गशीर्ष तिथि है, जो विशेष रूप से धार्मिक कार्यों के लिए उपयुक्त मानी जाती है।
तिथि और पक्ष
आज की तिथि द्वितीया है, जो कि रात 09:06 PM तक रहेगी। इसके बाद तृतीया तिथि का आरंभ होगा। द्वितीया तिथि को विशेष रूप से व्रत और पूजा के लिए शुभ माना जाता है। इसी प्रकार, कृष्ण पक्ष के दौरान किए गए धार्मिक कार्यों का अधिक महत्व होता है। इस दिन, तृतीया तिथि का आरंभ विशेष रूप से किसी भी प्रकार के कार्य के प्रारंभ के लिए उपयुक्त होता है।
नक्षत्र और योग
नक्षत्र का प्रभाव हमारे जीवन में विशेष होता है। आज का नक्षत्र रोहिणी है, जो कि 05:22 PM तक रहेगा। इसके बाद मृगशीर्ष नक्षत्र का समय होगा। रोहिणी नक्षत्र में किसी भी प्रकार के शुभ कार्य करने से सफलता मिलती है और कार्यों में सकारात्मक परिणाम आते हैं। वहीं, मृगशीर्ष नक्षत्र में भी सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
आज का योग शिव है, जो 08:21 PM तक रहेगा। शिव योग में भगवान शिव की पूजा और ध्यान करने से विशेष फल प्राप्त होता है। शिव योग में किए गए अनुष्ठान और कार्य में आशीर्वाद मिलता है। इसके बाद सिद्ध योग का समय आएगा, जो कि हर प्रकार के कार्यों के लिए शुभ होता है। सिद्ध योग में किसी भी नए कार्य की शुरुआत लाभकारी रहती है।
करण
आज तैतिल करण 10:25 AM तक रहेगा, उसके बाद गर करण का समय शुरू होगा, जो 09:06 PM तक रहेगा। तैतिल करण का समय विशेष रूप से वित्तीय कार्यों, जैसे कि धन संचय और निवेश के लिए शुभ माना जाता है। वहीं, गर करण का समय व्यापार, व्यवसाय और कार्यों के शुभारंभ के लिए उपयुक्त होता है।
अशुभ काल
पंचांग में कुछ अशुभ काल भी होते हैं, जिनसे बचने की सलाह दी जाती है। आज के दिन के अशुभ काल निम्नलिखित हैं:
- राहू काल: 04:30 PM से 06:00 PM तक
- कुलिक काल: 03:00 PM से 04:30 PM तक
- यम गण्ड: 12:00 PM से 01:30 PM तक
- दुर्मुहूर्त: 04:10 AM से 04:54 AM तक
इन कालों में यात्रा, विवाह, या अन्य महत्वपूर्ण कार्यों से बचना चाहिए, क्योंकि इन समयों में किए गए कार्यों में विघ्न आ सकते हैं और कार्यों में कठिनाई हो सकती है।
शुभ काल
पंचांग में कुछ शुभ समय होते हैं, जिनमें किए गए कार्यों का फल हमेशा सकारात्मक होता है। आज के दिन के शुभ काल निम्नलिखित हैं:
- अभिजीत मुहूर्त: 11:50 AM से 12:33 PM तक
- अमृत काल: 02:27 PM से 03:55 PM तक
- ब्रह्म मुहूर्त: 05:10 AM से 05:58 AM तक
अभिजीत मुहूर्त विशेष रूप से व्यापार, पूजा, और नए कार्यों की शुरुआत के लिए सर्वोत्तम समय होता है। अमृत काल भी बहुत ही पवित्र और शुभ समय होता है, जब किए गए कार्यों का फल अधिक लाभकारी होता है। ब्रह्म मुहूर्त को तो सबसे शुभ समय माना जाता है, जिसमें ध्यान और साधना से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।